उम्र की राह में
जज्बात बदल जाते है।
वक़्त की आंधी में
हालात बदल जाते है
सोचता हूं काम कर-कर के रिकॉर्ड तोड़ दूं।
कमबख्त सैलेरी देख के ख्यालात बदल जाते हैं
गर्मी के दोहे –
रहिमन कूलर राखिये… बिन कूलर सब सून।
कूलर बिना ना किसी को… गर्मी में मिले सुकून।।
एसी जो देखन मैं गया… एसी ना मिलया कोय।
जब घर लौटा आपणे… गर्मी में ऐसी-तैसी होय।।
बिजली का बिल देखकर… दिया कबीरा रोय।
कूलर एसी के फेर में… खाता बचा ना कोय।।
बाट ना देखिए एसी की… चला लीजिए फैन।
चार दिनों की बात है… फिर आगे सब चैन।।
पंखा झेलत रात गई… आई ना लेकिन लाईट।
मच्छर गाते रहे कान में… तक तना तंदूरी नाईट।।
लड़की –
बादल गरजे तो
तेरी याद आती है
सावन आने से
तेरी याद आती है
बारिश की बुंदों में
तेरी याद आती है
बादल गरजे तो
तेरी याद आती है
सावन आने से
तेरी याद आती है
बारिश की बुंदों में
तेरी याद आती है
लड़का-
पता है पता है तेरी छतरी मेरे पास पड़ी है लौटा दुंगा, मर मत….
पता है पता है तेरी छतरी मेरे पास पड़ी है लौटा दुंगा, मर मत….
कौन ‘कमबख्त’ कहता है, लड़के सोचते कम हैं
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लड़की एक बार मुस्करा कर तो देखे
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लड़की एक बार मुस्करा कर तो देखे
शेरवानी के रंग से लेकर बच्चों तक के नाम सोच लेते
हैं।
हसरत ए दीदार के लिये उसकी गली में मोबाईल की
दुकान खोली;
मत पूछो अब हालात ए बेबसी, ऐ गालिब;
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रोज़ एक नया शख्स उनके नम्बर पे रीचार्ज़ करवानें
आता है।
मांग भरने की सजा कुछ इस कदर पा रहा हूँ
की मांग पूरी करते-करते, अब मांग-मांग के
खा रहा हूँ…!!!
मेरी मोहब्बत को अपने दिल में ढूंढलेना,
और हाँ, आटे को अच्छी तरह गूंध लेना.
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मिल जाये अगर प्यार तो खोना नहीं,
प्याज़ काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं. . .
मुझसे रूठ जाने को बहाना अच्छा है,
थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है.
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मिल कर फिर खुशिओं को बाटना है,
मिल कर फिर खुशिओं को बाटना है,
टमाटर ज़रा बारीक ही काटना है.
लोग हमारी मोहब्बत से जल न जाएँ,
लोग हमारी मोहब्बत से जल न जाएँ,
चावल टाइम पे देख लेना कही जल न जाएँ. . . .
कैसी लगी ग़ज़ल बता देना,
नमक कम लगे तो और मिला लेना